क्वारंटाइन का अर्थ है- स्वयं को पृथक कर लेना। आज संपूर्ण विश्व कोरोना वाइरस के कारण महामारी की चपेट में आ गया है। यह वायरस मौत के सौदागर के रूप में चारों ओर फैल रहा है। इसका अभी तक कोई उपचार नहीं मिला है। रिसर्च के द्वारा यही बात सामने आ रही है कि यदि इस रोग केे प्रसार को रोकना है तो स्वयं को दूसरों से पृथक कर लें अर्थात क्वारंटाइन कर लें। लगभग सभी देशों की सरकार ने इस रोग के प्रसार को रोकने के लिए अपने-अपने देशों में सभी कुछ बंद कर दिया। ऐसी स्थिति में वह लोग जिनकी सुबह अपने कार्य करते-करते रात में बदल जाती थी, उनका जीवन मानों थम सा गया है। वह समझ नहीं पा रहे हैं कि वह क्या करें। घर पर रह कर हम क्या-क्या उपयोगी कार्य कर सकते हैं। आइए देखें-
आत्मविश्लेषण करें
आज मानव जीवन एक यंत्र की तरह हो गया है और यंत्र की तरह कार्य करने में हम क्या चाहते हैं, यह भूल जाते हैं। हमें जो यह मौका मिला है, इसे गँवाने की जगह आत्मविश्लेषण करें, कमियों को सुधार कर आने वाले समय को बेहतर बनाने के उपाय सोचें।
परिवार के साथ समय बिताएँ
हमारे परिवार वालों को हमेशा यह शिकायत रहती है कि हमारे पास उनके लिए समय नहीं है। इत्तेफाक से मिले इस समय को गँवाइए मत। परिवार के सभी सदस्यों के साथ खुश होकर समय बिताइए, उनकी समस्याओं को समझिए और उसका उचित समाधान कीजिए।
सकारात्मक ऊर्जा को बढाइए
जीवन खुशहाल होने के साथ बदरंग भी होता है। इसे बदरंग बनाते हैं हमारे नकारात्मक विचार। ऐसी स्थिति में अपना आत्मविश्वास कम न होने दें। अच्छा सोचें, दृढता और समझदारी से काम लें। याद रखें, हर अंधेरी रात के बाद प्रातः सूर्य की सुनहरी किरणें चारों ओर प्रकाश फैलाती हैं।
जानकारी बढ़ाएँ
इंसान के मन में कुछ नया जानने की या नया सीखने की इच्छा हमेशा रहती है, तभी वह आगे बढ़ता है। इस मौके को हाथ से जाने ना दें। अपने मन-पसंद विषय पर अपनी जानकारी बढ़ाएँ।
पुस्तकों को मित्र बनाएँ
कहते हैं इंसान की सबसे अच्छी मित्र पुस्तकें होती हैं। इस समय इस शौक को बढ़ावा दें और घर में उपलब्ध पुस्तकें पढ़ें।
घर की साफ-सफाई
काम में व्यस्त होने के कारण हम घर को भी पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। इस समय घर की साफ-सफाई करें और घर में उपलब्ध सााधनों से घर की साज-सज्जा बदलें।
मित्रों और रिश्तेदारों से बात करें
हमारे वह मित्र और रिश्तेदार जो हम से दूर हैं, संचार माध्यम से उनसे जुडें। दिल खोलकर उनसे बात करें और पुरानी यादों को एक बार फिर से ताजा करें। समूह बनाकर आॅन लाइन पहेलियाँ हल करें और गेम खेलें।
बच्चों को समय दें
कहते हैं बच्चों का पहला विद्यालय घर होता है। बच्चों के साथ समय बिताएँ। उनकी पढाई और व्यवहार पर ध्यान दें। उनके साथ आर्ट और क्राफ्ट सरीखी गतिविधियों में समय व्यतीत करें। उनकी पसंद-नापसंद जानें।
व्यायाम और योग करें
जिंदगी में तनाव और परेशानी बनी रहती है। इसे दूर करने के लिए प्रतिदिन व्यायाम और योग करें। यह आपके तनाव को कम करेगा।
बागबानी करें
आपके घर के जो पेड़-पौधे माली की देख-रेख में थे। उन्हें पानी दें, उनकी देखभाल करें। प्रकृति के साथ समय बिताएँ।
यह कुछ उपाय हैं जिनके द्वारा आप इस समय को संयम के साथ सकारात्मक रूप से खुशी-खुशी व्यतीत कर सकते हैं