भारत में ब्यूटी ब्लॉगिंग की लोकप्रियता पिछले एक दशक में काफ़ी बढ़ी है और ब्यूटी ब्लॉगर्स विभिन्न सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय हो गए हैं।

भारत में ब्यूटी ब्लॉगिंग की लोकप्रियता पिछले एक दशक में काफ़ी बढ़ी है और ब्यूटी ब्लॉगर्स विभिन्न सोशल मीडिया पर काफ़ी सक्रिय हो गए हैं।
स्पा में लोग खुद को तरोताज़ा रखने और रिलैक्स करने के लिए जाते हैं जिससे कि वे जीवंत रह सकें और अपनी सक्रियता
आप अपनी त्वचा की देखभाल के लिए जो भी स्किन केयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें छोड़कर इन प्राकृतिक जड़ी बूटियों को आज़माएं जो आपको चमकती त्वचा देगी।
भारतीय महिलाएँ केवल अपनी सुन्दरता के लिए ही नहीं जानी जाती है, बल्कि उन्होंने अपने कार्य क्षेत्र में भी अहम मुकाम हासिल कर खुद को स्थापित किया है।
आयुर्वेद केवल हर्बल अवयवों का एकत्रीकरण नहीं है, अपितु यह प्राचीन ज्ञान पर आधारित है। अतः आयुर्वेदिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स का उपयोग आप स्वाभाविक रूप से सही सामंजस्य के साथ कर सकते हैं।
हैरी और मेगन के दो घंटे के एक अभूतपूर्व इंटरव्यू ने शाही परिवार की प्रतिष्ठा को पूरी तरह से धूमिल कर दिया है।
जैसा कि एक वर्ष जाता है और नया वर्ष आता है, वैसे ही फैशन की दुनिया में भी बदलाव होते रहता है। कुछ चीजें प्रचलन से बाहर होती हैं और उनका स्थान नई चीजें ले लेती हैं और उनमें से ज्यादा लोकप्रिय चीजें ट्रेंडिंग हो जाती हैं।
हर कोई फ्लैट बेली चाहता है। यदि आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे, तो निश्चित रूप से आप अपने बेली फैट को कम कर सकते हैं।
वर्तमान समय में महिलाएं पुरुषों से भी आगे निकल चुकी हैं। खुद के दम पर आज ये महिलाएं अपना व्यवसाय न केवल अपने शहर तक सीमित कर रही हैं, बल्कि देश और विदेशों में भी चर्चा का विषय बन चुकी हैं। उनका विवरण निम्नवत है।
एक समय था जब महिलाएँ समाज की बेड़ियों में जकड़ी घरों की चैखट के अंदर कैद थीं। पर आज की महिला हर बंधन को तोड़कर स्वतंत्र है। उसने घर और बाहर हर स्थान पर अपनी एक नई पहचान बनाई है। यहाँ तक की खेल जगत जिस पर पुरूषों का वर्चस्व था वहाँ पर भी अपना स्थान स्थापित कर लिया है। महिलाओं ने हाॅकी और क्रिकेट में भी अपना स्थान स्थापित कर लिया है।
नारी जीवन का स्रोत तथा शक्ति का आदि रूप है। प्राचीन काल में वे पुरूषों के समान ही आदरणीय एवं प्रशंसनीय थीं। उन्हें पुरूषों के समान ही सभी अधिकार प्राप्त थे। परंतु मध्यकाल में उनकी स्थिति में गिरावट आई और वह अनेक कुरीतियों का शिकार हो गईं। स्वतंत्रता के पश्चात उनकी दशा में सुधार आया। हम आपको ऐसी ही छह महिलाओं के विषय में बताने जा रहे हैं जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों और हर बाधा का सामना कर इस समाज में अपने लिए एक सम्मानित स्थान बनाया।
आज का युग टी. वी. का युग है। फिल्मी मायानगरी की तरह ही टी. वी. चैनल्स भी आज हर घर में लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। एक समय था जब युवा फिल्मों में अभिनय करना चाहते थे पर आज विभिन्न टी. वी. चैनल्स फिल्मों का विकल्प बन गए हैं। इन विभिन्न टी. वी. चैनल्सों में मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ समाचार चैनल्स भी हैं। जिन पर समाचार उद्घोषक के रूप में कार्य करना एक स्वप्न के समान है। टी. वी. पर अनेक समाचार उद्घोषिकाएँ हैं। जिनमें कुछ निम्न हैं।