हर इंसान यह चाहता है कि उसकी त्वचा बेदाग और कांतिमय हो। इस चाहत में वह हर उस उपाय को आँख मूँद कर आजमाता है जो उसे पता चलते हैं। विज्ञापनों से प्रभावित हो वह सौंदर्य उत्पादन का प्रयोग करता है, जो उसकी त्वचा को हानि पहुँचाते हैं। कांतिमय त्वचा पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं हम इस विषय पर ध्यान देंगे-
क्या करें
हर इंसान की त्वचा अलग होती है, किसी की तैलीय, किसी की रूखी, किसी की संवेदनशील और किसी की मिली जुली। हमारे लिए यह आवश्यक है कि सर्वप्रथम यह देखें कि हमारी त्वचा कैसी है? फिर उस त्वचा से संबंधित उत्पादों का प्रयोग करें।
हर इंसान की त्वचा अलग होती है, किसी की तैलीय, किसी की रूखी, किसी की संवेदनशील और किसी की मिली जुली। हमारे लिए यह आवश्यक है कि सर्वप्रथम यह देखें कि हमारी त्वचा कैसी है? फिर उस त्वचा से संबंधित उत्पादों का प्रयोग करें।
हमारे देश की तीन प्रमुख ऋतुएँ हैं ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, और शीत ऋतु। सौंदर्य प्रसाधन भी इन ऋतुओं के अनुरूप अलग-अलग आते हैं। हमें मौसम और जलवायु के अनुरूप सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करना चाहिए।
त्वचा संबंधी विकार होने पर किसी अच्छे चिकित्सक की सलाह लें तथा त्वचा के विकार को दूर करने के लिए चिकित्सक द्वारा निर्धारित की गई दवा तथा क्रीम का प्रयोग करें।
पर्याप्त पानी पीएँ- पानी शरीर की गंदगी को दूर करता है साथ ही त्वचा को कांति प्रदान करता है। इसलिए त्वचा को कांतिमय बनाने के लिए प्रतिदिन कम से कम 3 से 10 गिलास पानी पीएँ।
क्या न करें
टैनिंग हटाने के लिए ब्लीच का प्रयोग न करें। ब्लीच में नुकसानदायक रसायन होते हैं जो त्वचा को हानि पहुँचाते हैं। अक्सर हम जाड़े में सनस्क्रीन लगाना आवश्यक नहीं समझते हैं। यह गलती न करें जाड़े में भी सनस्क्रीन का उचित प्रयोग करें।
समय सीमा समाप्त होने के बाद किसी भी सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग न करें। हम सौंदर्य प्रसाधन के प्रयोग की एक निश्चित समय सीमा समाप्त होने के बाद भी उसका प्रयोग करते रहते हैं। यह गलती न करें इससे त्वचा को हानि पहुँच सकती है। साथ ही मौसम और जलवायु के अनुसार सौंदर्य प्रसाधन बदलना न भूलें।
त्वचा संबंधी विकार होने पर ब्यूटी पार्लर न जाएँ। अगर आप की त्वचा में कोई विकार है या मुँहासे हो रहे हों तो चिकित्सक की सलाह लें। अधिकतर महिलाएँ इस स्थिति में ब्यूटी पार्लर चली जाती हैं जहाँ रासायनिक उपचार से त्वचा को और हानि पहुँचती है। इसीलिए इस स्थिति में त्वचा चिकित्सक से मिलें व सही उपचार करें। यदि आपके चेहरे पर मुँहासे हैं तो उसे बार-बार न छूएँ।
प्रतिदिन पर्याप्त नींद लेना न भूलें। कम से कम 6 से 8 घंटे सोने का प्रयत्न करें। नीेद पूरी न होने से त्वचा शिथिल हो जाती है। साथ ही रात में सोने से पहले चेहरे से मेकअप साफ करना न भूलें।
त्वचा साफ करने के लिए अत्यधिक ठंडे और गरम पानी का प्रयोग न करें। ध्यान दें अत्यधिक ठंडा या गरम पानी त्वचा को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए सामान्य ताप के पानी का प्रयोग करें।