एक समय था जब महिलाएँ समाज की बेड़ियों में जकड़ी घरों की चैखट के अंदर कैद थीं। पर आज की महिला हर बंधन को तोड़कर स्वतंत्र है। उसने घर और बाहर हर स्थान पर अपनी एक नई पहचान बनाई है। यहाँ तक की खेल जगत जिस पर पुरूषों का वर्चस्व था वहाँ पर भी अपना स्थान स्थापित कर लिया है। महिलाओं ने हाॅकी और क्रिकेट में भी अपना स्थान स्थापित कर लिया है। इन्हीं में से कुछ प्रमुख महिला क्रिकेट खिलाड़ी निम्न हैं-
अंजु जैन
क्रिकेट खिलाड़ी अंजु जैन का जन्म 11 अगस्त 1974 को हुआ था। यह 1995 से 2005 तक आठ टेस्ट मैच और 65 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का हिस्सा बनीं। यह विकेटकीपर थीं। यह भारत में एअर एंडिया महिला टीम की खिलाड़ी थीं। इन्हें राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अंजुम चोपड़ा
20 मई 1977 को जन्मी अंजुम चोपड़ा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान हैं। 1995 में इन्होंने अपना प्रथम अंतर्राष्ट्रीय मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला। यह बाएँ हाथ की बल्लेबाज होने के साथ-साथ दाएँ हाथ से मध्यम गति की गेंदबाजी भी करती हैं। इनके द्वारा खेले गए टेस्ट मैचों की संख्या 12 और एक दिवसीय मैचों की संख्या 116 है। यह टी.वी. शो खतरों के खिलाड़ी 4 का भी हिस्सा थीं। इन्हें पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डायना एडुल्जी
महिला भारतीय क्रिकेट टीम की एक दिवसीय मैच की प्रथम कप्तान डायना एडुल्जी का जन्म 1956 को हुआ था। यह टेस्ट मैच और एक दिवसीय मैच खेलती थीं। यह 100 विकेट लेने वाली प्रथम महिला खिलाड़ी हैं। इन्हें पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मिताली राज
मिताली राज का पूरा नाम मिताली दोराई राज है। 3 दिसंबर 1982 को जोधपुर में जन्मीं मिताली क्रिकेटर होने के साथ-साथ भरतनाट्यम की नृत्यांगना भी हैं। इनके अध्यापक ने जब इन्हें क्रिकेट और नृत्य में से किसी एक को चुनने को कहा, तब माता-पिता के प्रोत्साहन पर इन्होंने क्रिकेट चुना। 1999 में अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच में इन्होंने नाबाद 114 रन बनाए। महिला क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकाॅर्ड इन्हीं का है। इन्होंने इंग्लैंड के विरूद्ध 214 रन बनाए थे। यह 2005 में महिला विश्व कप की कप्तान थीं। इन्हें इनकी उपलब्धियों के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
झूलन गोस्वामी
25 नवंबर 1982 को नादिया, पश्चिम बंगाल भारत झूलन गोस्वामी का जन्म हुआ। इन्हें बाबुल के नाम से भी जाना जाता है। यह दाहिने हाथ की बल्लेबाज हैं साथ ही उसी हाथ से गेंदबाजी करने में भी सक्षम हैं। इन्होंने 14 जनवरी 2002 को इंग्लैंड के साथ पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच और 16 नवंबर 2015 को दक्षिण अफ्रीका महिला के साथ अंतिम मैच खेला। इनका पहला एक दिवसीय मैच 6 जनवरी 2002 को इंग्लैंड के साथ था तथा अंतिम एक दिवसीय मैच 8 जुलाई 2015 को न्यूजीलैंड के साथ हुआ। मिताली राज से पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान थीं। इन्होंने 2007 में आई.सी.सी. खिताब और चिदंबरम ट्राफी की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेट खिलाड़ी का खिताब जीता था।
गार्गी बनर्जी
20 जुलाई 1963 को कोलकाता में जन्मी गार्गी ने 14 वर्ष की आयु से क्रिकेट खेलना आरंभ कर दिया। यह पश्चिम बंगाल की टीम की खिलाड़ी थीं। इन्होंने 12 टेस्ट मैचों में 614 और 26 एक दिवसीय मैचों में कुल 409 रन बनाए। इन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच 9 फरवरी 1991 और अंतिम एक दिवसीय मैच 27 जुलाई 1991 को खेला।
नीलिमा जोगलेकर
पूर्व भारतीय महिला खिलाड़ी नीलिमा जोगलेकर का जन्म 1 जुलाई 1961 को हुआ था। यह महाराष्ट्र की ओर से खेलती थीं। इन्होंने पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 1978 में खेला था। इनके द्वारा खेले कुल टेस्ट मैचों की संख्या 6 और एक दिवसीय मैचों की संख्या 20 है। इन्होंने न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ एक टेस्ट मैच में कप्तानी भी की थी।